Sunday, April 11, 2010

purane gaon ka ek kabristan

पुराने गाँव का एक
कब्रिस्तान
जहाँ
बच्चे दिन  में भी
खेलने
से कतराते थे
एक बार फिर
सुर्ख़ियों मैं था

कारण कि-

जब से वहां
ऊँची जाती
वाले कुछ लोगों
को दफनाया गया था
तब से रूहानी आवाजें
कुछ बढ सी गयी थीं.

ओझा का सुझाव आया
नीची जात वाले
लाशें
यहाँ न दफनायें .....

और तब  पंचायत मैं  तय हुआ
कि एक नया
कब्रिस्तान
नीची जात वालों के लिए बनाया  जाएगा .

...गाँव वाले सोच रहे थे
कि चलो  कमसकम अब तो
ये ऊँची नीची जात की रूहें
झगडेंगी नही ............

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