पुराने गाँव का एक
कब्रिस्तान
जहाँ
बच्चे दिन में भी
खेलने
से कतराते थे
एक बार फिर
सुर्ख़ियों मैं था
कारण कि-
जब से वहां
ऊँची जाती
वाले कुछ लोगों
को दफनाया गया था
तब से रूहानी आवाजें
कुछ बढ सी गयी थीं.
ओझा का सुझाव आया
नीची जात वाले
लाशें
यहाँ न दफनायें .....
और तब पंचायत मैं तय हुआ
कि एक नया
कब्रिस्तान
नीची जात वालों के लिए बनाया जाएगा .
...गाँव वाले सोच रहे थे
कि चलो कमसकम अब तो
ये ऊँची नीची जात की रूहें
झगडेंगी नही ............
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment