घरों से अदरक कूटने की आवाज़
दूर से बोलती मंदिर की घंटियाँ
आलस से लोट पोत होते गोठ के जानवर
पालतू कुत्तों का चिड़ियों के पीछे दौड़ना
चप्पलों के सरकने की आहट
बर्तनों का हलके से आपस में बोलना
दरवाजे के कुंडे की मद्धम आवाज़
रात की काली रौशनी का हलके नीले रंग में
तब्दील हो जाना,
-चूल्हे से उठते नीले धुंए की तरह
इतनी चीज़ों का एक साथ
एक अंतराल पर होना
दिखाता है
कि सुबह हो रही है
मेरे गाँव में.
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