घर की की छोटी बच्ची ने
यहं वहां से कुछ वेस्टर्न डांस
के स्टेप सीख डाले
वो अपने इस नए स्टाइल से
कई मौकों पर नाची
लेकिन उसके इस विदेशी नाच पर
अब उसको प्यार से
गोद में नही उठाते थे घर के लोग
डांस के वक़्त,
कुछ तो दबे मुंह
उसके कॉन्वेंट स्कूल की पढाई
को कोसने लगते थे.
लेकिन बच्ची समझदार थी
अबकी बैसाखी ख़ालिश
पंजाबी अंदाज़ मैं नाची..
अबकी बाकायदा प्रक्टिस भी की
नतीजा हुआ भी वही..
फिर से लाडली हो गयी ..
आज बच्ची बड़ी हो गयी है
ख्याल आया कि
एक बार पुराने ढंग से नाचे
लेकिन नही..
अब उसके हाथ,
पुराने वाले विदेशी अंदाज़
मैं नही घूम रहे थे
खुद ब खुद चल रहे थे
समाज के सीखे सिखाये ढर्रे पर,
किसी मशीन की मानिंद.
यहं वहां से कुछ वेस्टर्न डांस
के स्टेप सीख डाले
वो अपने इस नए स्टाइल से
कई मौकों पर नाची
लेकिन उसके इस विदेशी नाच पर
अब उसको प्यार से
गोद में नही उठाते थे घर के लोग
डांस के वक़्त,
कुछ तो दबे मुंह
उसके कॉन्वेंट स्कूल की पढाई
को कोसने लगते थे.
लेकिन बच्ची समझदार थी
अबकी बैसाखी ख़ालिश
पंजाबी अंदाज़ मैं नाची..
अबकी बाकायदा प्रक्टिस भी की
नतीजा हुआ भी वही..
फिर से लाडली हो गयी ..
आज बच्ची बड़ी हो गयी है
ख्याल आया कि
एक बार पुराने ढंग से नाचे
लेकिन नही..
अब उसके हाथ,
पुराने वाले विदेशी अंदाज़
मैं नही घूम रहे थे
खुद ब खुद चल रहे थे
समाज के सीखे सिखाये ढर्रे पर,
किसी मशीन की मानिंद.
badhiya hai bhai..
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