छोटा सा मेरा भी आसमान
छोटी सी मेरी भी हस्ती
न हो सूरज की गलियां
पर जुगनू वाली मेरी बस्ती .
मैं भी दिखला दूंगा जग को
मेरे सपने भी उड़ते हैं
पंख जहाँ पर थक जाते हैं
मेरे पंख वहीँ उगते हैं .
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A collection of some of my Hindi poems. .
Its a wonderful poem. whenever i listen or read, i always like it.
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