Thursday, January 7, 2010

"mera aaj "

आजकल कुछ उखड़ी उखड़ी
बातें करने लगा हूँ .
दोस्तों से बिना वजह  ,
झगड़ने लगा हूँ ,

कभी सोचता हूँ ,
रोक लगा दूँ हंसी पर .
जो मेरे आस पास -
माहौल मैं घुली है ...

 जबकि  एक समय इसी
हंसी का मैं सबसे बड़ा
जमाखोर हुआ करता था

आज बेशक खुद से नाराज रहता हूँ .
 ... जब खुद से शांत हो जाऊंगा,
वापस पुरानी हंसी पर आ जाऊंगा.

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