आजकल कुछ उखड़ी उखड़ी
बातें करने लगा हूँ .
दोस्तों से बिना वजह ,
झगड़ने लगा हूँ ,
कभी सोचता हूँ ,
रोक लगा दूँ हंसी पर .
जो मेरे आस पास -
माहौल मैं घुली है ...
जबकि एक समय इसी
हंसी का मैं सबसे बड़ा
जमाखोर हुआ करता था
आज बेशक खुद से नाराज रहता हूँ .
... जब खुद से शांत हो जाऊंगा,
वापस पुरानी हंसी पर आ जाऊंगा.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
intresting 1.....
ReplyDeleteall the best for ur mission.........
ReplyDelete